क्या सफलता का मतलब सिर्फ एक अच्छी पोजीशन और रुतबा हासिल करना ही है ? क्या दौलत और शोहरत हासिल करना ही कामयाबी का पैमाना है ? क्यों हम एक आईएएस अधिकारी को सिर आंखो पर बैठा देते हैं पर एक मेहनतकश किसान की बात करने से कतराते हैं। शायद बचपन से ही हम अपने आस-पास से जो भी सफलता की कहानी सुनते हैं , उनमे अक्सर अच्छी नौकरी, पैसा, नाम, रुतबा ही शामिल होता है ।
इन वजहों से हमें लगता है की बस सफल होने के मानदंड यही सब है। सफलता की कहानियों मे दूसरा पहलू ये होता है कि हमे सिर्फ और सिर्फ कामयाब होने वालों की कहानियां ही सुनाई जाती हैं । दरअसल,इसकी शुरुआत स्कूल से ही हो जाती है जहां केवल फ़र्स्ट , सेकंड और थर्ड को ही पुरस्कार मिलते हैं । बाकी बच्चों को घरवाले और शिक्षकों से मिलता है उलाहने , ताने, शिकायतें और निराशा। पहले ये सब ज्यादा पढ़ाई की दुनिया में होता था, लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे खेल, कला, बिजनेस और जीवन के हर हिस्से में सिर्फ शीर्ष पर रहने वालों को ही महिमामंडित किया जाने लगा ! मीडिया और बाज़ार ने सफलता की ऐसी दुनिया रच डाली जिसमे आम इंसान के लिए कोई जगह नहीं है। मानो पूरी दुनिया एक रेट रेस का हिस्सा बन गयी हो ।
You Speak एक कोशिश है, सफलता और कामयाबी की परिभाषा बदलने की। हमारी नजर में हर आम इंसान सफल है जो ईमानदारी और मेहनत से किसी भी तरह का काम कर रहा है । यहां ऐसे ही अनेकों आम लोगों की कहानियों से आप रूबरू होंगे , जिनमे शायद एक कहानी आपकी भी हो सकती है ।
स्वागत है आपका और हर उस व्यक्ति का जो अपनी जिंदगी बदलना और अपनी मंजिल हासिल करना चाहते हैं , क्योंकि Everyone Has A Story..