दाढ़ी के बाल से पेंटिंग करता एक अनूठा चित्रकार
दाढ़ी के बाल से पेंटिंग करता एक अनूठा चित्रकार

दाढ़ी के बाल से पेंटिंग करता एक अनूठा चित्रकार

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर के श्यामनगर मोहल्ले में अगर आप किसी से भी मुकेश थापा के बारे में पूछो तो सभी एक चीज़ उनके बारे में जरुर बताते हें और वह ही उनकी पेटिंग करने की अनूठी कला। मुकेश दाढ़ी के बाल से पेंटिंग करते हें। अपने अनोखे कौशल के लिए उनका नाम लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चूका है।

मुकेश थापा पिछले 24 सालों से पेंटिंग करते आ रहे हैं। मुकेश की आरंभिक शिक्षा नर्सरी स्कूल धर्मशाला और ब्वॉयज स्कूल धर्मशाला में हुई। धर्मशाला में 29 मार्च 1979 को एमएस थापा और देव माया थापा के घर जन्मे मुकेश थापा को बचपन से ही चित्रकारी का शौक था। चित्रकारी के क्षेत्र में मुकेश थापा की दिलचस्प बात यह है कि अब तक उन्होंने किसी भी गुरू से चित्रकारी की कला नहीं सीखी है और चित्रकार शोभा सिंह को मन ही मन वे अपना गुरू मानते हैं।

मुकेश ने पेंटिंग की विभीन्न प्रतियोगिताओं में भी भाग लेकर कई पुरस्कार जीते हें। अमेरिका की  एक पेटिंग प्रतियोगिता के लिए उन्होंने अपनी 4 पेंटिंग भेजी थी-लास्ट लोंग फ्रेंड, फ्यूचर टाइटल, साइलेंट फ्रेंड और ट्रेडीशनल टाइटल । यह चारों पेटिंग उस प्रतियोगिता में काफी लोकप्रिय हुईl

इतना ही नहीं इस प्रतियोगिता में मुकेश थापा टॉप-10 चित्रकारों की श्रेणी में शामिल हुए थे और उन्होंने अवॉर्ड भी अपने नाम किया था।

मुकेश थापा को नमक के दाने पर नाम लिखने और दाढ़ी के बाल से पेंटिंग बनाने सहित कई अन्य अलग-अगल तरह से पेंटिंग बनाने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है। इसमें 2012 में लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड, वर्ल्ड रिकॉर्ड एसोसिएशन चीन 2013, एवरेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड नेपाल 2013, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड 2013

एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड, रिकॉर्ड होल्डर रिपब्लिक और एशिएस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज है। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अमिताभ बच्चन, सलमान खान सहित मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को वह उनकी पेंटिंग बनाकर गिफ्ट कर चुके हैं।

इसके अलावा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की छात्रा राखी शर्मा ने अपने लघु शोध प्रबंध (थीसिस) का विषय चित्रकार मुकेश थापा की जीवनी को चुना था। मुकेश थापा बताते हैं कि कुरुक्षेत्र विवि की छात्रा राखी शर्मा ने दूरभाष पर उनसे वर्ष 2016 में संपर्क किया था और वह धर्मशाला आकर उनसे मिली थी। इस दौरान उन्होंने उनके जीवन पर शोध किया और लघु शोध प्रबंध तैयार किया। इस लघु शोध प्रबंध में उन्होंने कब पेंटिंग शुरू की और अब तक मिले पुरस्कारों का विवरण दिया है। इसमें उनके बाल्याकाल से लेकर अब तक के समय तक का संपूर्ण उल्लेख किया गया है।