जानवरों का रक्षक
जानवरों का रक्षक

जानवरों का रक्षक

कोविड के दौरान हर कोई अपने तरीके से संघर्ष कर रहा था। हम में से कई लोगों  ने उस समय मानवता का अच्छा पक्ष भी दिखाया और जरूरतमंद और गरीब लोगों को भोजन देकर उनकी मदद की। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं धीरज महाजन जो गरीब लोगों को खाना देकर उनकी मदद कर रहे थे। उस समय उन्हें एहसास हुआ कि मनुष्य दूसरों से मदद मांग सकता है, लेकिन जानवरों के बारे में क्या, वे मनुष्यों से भोजन और मदद कैसे मांग सकते हैं। इस तरह उसने जानवरों को खाना खिलाना शुरू किया। पिछले 4 सालों से वह हजारों जानवरों की विभिन्न तरीकों से देखभाल कर चुके हें । वह जानवरों को खाना खिलाने से लेकर उनके इलाज़ तक का पूरा खर्च खुद वहन करते हैं। लोग जब भी किसी जानवर को संकट में पाते हें उन्हें फोन करते हें और धीरज तुरंत वहां पहुंच जाते हें ।उनकी संस्था ‘क्रांति’, हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय हिल स्टेशन धर्मशाला में स्थित है। यह संगठन पशु कल्याण पर केंद्रित है और पिछले चार वर्षों से सक्रिय है। वे जानवरों को बचाने और पुनर्वास करने पर काम करते हैं और साथ ही जानवरों को आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करते हैं।उनका कहना है कि बचपन से ही वह एक पशु प्रेमी रहे हैं लेकिन क्रांति संस्था की शुरुआत के बाद उन्हें जानवरों की चुनौतियों का काफी करीबी से एहसास हुआ।जानवरों की रक्षा और देखभाल के अपने प्रयासों में उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उदाहरण के लिए, वह जानवरों के लिए काम करते हुए अपने स्वयं के धन का उपयोग करता है। उनका यह भी कहना है कि इस काम में कई लीगल और रेगुलेटरी अड़चनें हैं। जानवरों की रक्षा के लिए कानूनी प्रणाली को समझना बहुत जटिल है। उनके एनजीओ के सदस्यों को अक्सर अपर्याप्त पशु संरक्षण कानूनों से निपटना पड़ता है। वह यह भी कहते हैं कि पशु अधिकारों और कल्याण के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है, लेकिन जनता को शामिल करना और व्यापक समर्थन हासिल करना चुनौतीपूर्ण है। उनकी टीम के सदस्यों की चुनौती यह है कि कभी-कभी उपेक्षित जानवरों के साथ काम करना भावनात्मक रूप से कष्ट-कारी होता है। कई बार धीरज और उनकी टीम को जानवरों का शोषण करने वाले लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है, और उन्हें धमकियां भी मिलती हैं या हिंसा का सामना करना पड़ता है। इन सभी परेशानियों के बावजूद धीरज और उनका एनजीओ क्रांति धर्मशाला शहर के आसपास के इलाकों में बेहद सक्रिय है और जानवरों के हक़ और उनकी देखभाल के लिए दिन रात कार्यरत है। अगर आप उनसे जुड़ना चाहते हें या उनकी मदद करना चाहते हैं , तो youspeak की टीम से संपर्क करें ।